उन्होंने कहा कि अगर केंद्र ‘‘हर किसी’’ के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है तो उसे रोडमैप सामने रखना चाहिए। ‘‘कांग्रेस पिछले 15 दिनों से पक्षकारों की सूची की मांग कर रही है लेकिन वे इसे पर्दे के पीछे रख रहे हैं। वे सब कुछ पर्दे के पीछे से कर रहे हैं। उन्हें कोई रुख अपनाने और इसे सार्वजनिक करने में शर्मिन्दगी महसूस हो रही है क्योंकि वे लोगों द्वारा पकड़े जाने से डरे हुए हैं जिनके साथ उन्होंने विश्वासघात किया।’’ केंद्र सरकार ने घाटी में शांति स्थापित करने के प्रयास के तौर पर कश्मीर में विभिन्न पक्षकारों से बातचीत के लिए खुफिया ब्यूरो के पूर्व निदेशक दिनेश्वर शर्मा को अपना विशेष वार्ताकार नियुक्त किया है।
राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता मीर ने आरोप लगाया कि दो गठबंधन सहयोगी पीडीपी और भाजपा की कार्यप्रणाली और सहयोग एवं सामंजस्य में कमी ने लोगों को ‘‘निराश’’ किया है। उन्होंने कहा, ‘‘तीन साल बीत चुके हैं लेकिन जम्मू में भाजपा और कश्मीर में पीडीपी ने जम्मू कश्मीर के लोगों को किया एक भी वादा पूरा नहीं किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर भाजपा एक तरफ खींच रही है तो उसका सहयोगी दल दूसरी तरफ। इससे लोगों को बेहद परेशानी हो रही है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘समाज का हर वर्ग परेशानी झेल रहा है क्योंकि वे लोगों का समय बर्बाद कर रहे हैं। वे केवल अपना खजाना भर रहे हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। वे केवल अपने परिवारों के बारे में चिंतित हैं और उन्हें जनता की कोई चिंता नहीं है
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस इकाई ने केंद्र सरकार पर विशेष वार्ताकार नियुक्त कर कश्मीर नीति पर यू-टर्न लेने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वह विभिन्न पक्षकारों से बातचीत के लिए अपना रोडमैप सार्वजनिक करें। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी ए मीर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले तीन साल से वे कह रहे हैं कि उन लोगों से कोई बातचीत नहीं की जाएगी जो संविधान के दायरे के भीतर बात नहीं करना चाहते। आज, भाजपा कह रही है कि हम राज्य में हर किसी से बात करने के लिए तैयार हैं। यह कश्मीर नीति पर उसका यू-टर्न है।’’ मीर सभी मोर्चो पर पीडीपी-भाजपा सरकार के ‘‘पूरी तरह विफल’’ रहने के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे थे।