कोटा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोटा एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में केंद्र व बीजेपी पर हमला बोला। गहलोत ने कहा कि इनकम टैक्स,सीबीआई, ईडी चुनाव के दौरान टारगेट करके छापे डालते हैं। इन्होंने तीनों एजेंसियों को जिस प्रकार प्रभावित कर रखा है यह किसी भी कीमत पर उचित नहीं कहा जा सकता। सभी एजेंसियां निष्पक्ष व इंडिपेंडेंट होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से सभी एजेंसियां दबाव में काम कर रही है। बल्कि ज्यूडिशरी भी। पिछले सालों में ज्यूडिशरी के कुछ फैसले ऐसे आ रहे है। आश्चर्य है, देश के अंदर हो क्या रहा है? देश में चिंता का विषय बना हुआ है। अब बीबीसी पर हमला किया है। देश व दुनिया मे बीबीसी की क्रेडबिलिटी एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी है। आज भी गांव के लोग बीबीसी सुनते हैं।
देशवासियों को कारण बताना चाहिए कि आपने बीबीसी जैसी संस्था को ही टारगेट क्यों बनाया है? देशवासियों को विश्वास में लेना चाहिए वरना इसमें देश व सरकार की पूरी दुनिया के अंदर बदनामी होगी। सरकार को कारण स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी की क्रेडिबिलिटी क्या है? सरकार बनाना एक बात है। आप धर्म, जाति के नाम पर भड़का दीजिए दंगा करवा दीजिए मामूली बात है। यह छोड़िए। लेकिन जिस तरीके की सोच उनकी है। आज देश में हालात बड़े गंभीर हैं। महंगाई की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। नौजवानों में तनाव है। आप बताइए हर राज्य में पेपर आउट हो रहे हैं। आप बताइए कोई विदेश के लोग है क्या? हमारे यहां के नौजवान हैं । क्यों हैं, क्या कारण है? तह में जाओगे तो पता लगेगा। यह बेरोजगारी का संकट भी है, गैंग बन चुके हैं। बार-बार पेपर आउट हो रहे हैं। गहलोत ने कहा हम 3:30 लाख नौकरियां दे रहे हैं। और बार-बार पेपर आउट करने की बात करते हैं। हर राज्य में पेपर आउट हो रहे हैं। डीआरडीओ (डिफेंस), आर्मी, हाईकोर्ट के अंदर कल परसों उत्तराखंड के अंदर लाठी चार्ज हो गया। अभी मध्यप्रदेश में हो गया गुजरात में होता रहता है। तो हालात बड़े गंभीर हैं इन गंभीर हालतो मैं प्रदेशवासियों को सोचना पड़ेगा।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दौसा आए, क्या कहानी सुना गए
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दौसा के अंदर आए थे। क्या कहानी सुना कर गए। 34 सेकंड का दो पैरा पढ़ लिया, क्या हो गया उसके अंदर? गलती हुई उसे सुधार ली गई। पार्लियामेंट में इसी बात को लेकर निर्मला सीतारमण बोल रही है कि पिछले साल का बजट पढ़ा जा रहा है। ऐसा कभी होता है क्या? बजट बनता तब तक कर्मचारियों को 10-10 दिन तक बंद रहना पड़ता है। अब गलती से मान लीजिए एक पेज लग गया। उसका 34 सेकंड में दो पैरा पढ़ने से राजस्थान को पूरे देश में बदनाम कर दिया कि मुख्यमंत्री ने पिछला बजट बढ़ दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे बजट पर कोई रिसर्च करें, तो आप पाएंगे हर राज्य में इसे धीरे-धीरे अडॉप्ट करना चाहिए इतनी शानदार स्कीम है। सोशल सिक्योरिटी,जन कल्याणकारी, किसानों के लिए, मजदूरों व नौजवानों की है। आप बताइए। तमाशा कर रखा है। प्रधानमंत्री उस पर टिप्पणी कर रहे हैं बताइए। ईआरसीपी पर तो मोदी जी ने कोई घोषणा नहीं की। 13 जिलों के लोग पानी को तरस रहे हैं। 13 जिलों के लिए उन्होंने खुद ने चुनाव के अंदर वादा किया था। यह मेरा आरोप उनके ऊपर। उन्होंने अजमेर और जयपुर के अंदर वादा किया था। उसको भूल गए, उल्टा दो राज्यों की बात कह कर जनता को भ्रमित रहे हैं।
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