बीकानेर. एक महिला की उसके पति ने हत्या कर दी और परिवारवालों को बता दिया कि कोरोना की वजह से उसकी डेथ हो गई है। महिला के मां-बाप को इस पर यकीन नहीं हुआ और पुलिस को शिकायत देकर मर्डर की आशंका जताई। करीब दो साल तक पुलिस ने इस शिकायत पर गौर नहीं किया। मां-बाप पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) के पास पहुंचे। डीजीपी के निर्देश के बाद पूरे मामले की नए सिरे से जांच हुई तो पता चला कि महिला की जान कोरोना ने नहीं, उसके पति ने ही ली थी। मोनालिसा (40) नाम की महिला की दो साल पहले कोरोना के दौरान जयपुर के बगरू इलाके में मौत हो गई थी। तब उसके पति भवानी सिंह शेखावत ने परिवार को बताया कि कोरोना की वजह से उसकी मौत हो गई और अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन मोनालिसा के पिता स्वप्न चौधरी (78) को शक हुआ। उन्होंने बगरू पुलिस को शिकायत देकर आशंका जताई कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। भवानी सिंह प्रॉपर्टी कारोबारी है। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। दो साल तक स्वप्न चौधरी परेशान रहे। नवंबर 2022 में उन्होंने डीजीपी उमेश मिश्रा से शिकायत की। मिश्रा ने बीकानेर पुलिस को इस मामले की जांच के निर्देश दिए। तब जाकर पुलिस हरकत में आई। पत्नी के मर्डर के आरोप में पुलिस ने भवानी सिंह को शनिवार और उसके दोस्त जितेंद्र शर्मा को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। स्वप्न चौधरी ने सदर थाने में चार नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ बेटी का मर्डर करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। उनका आरोप था कि झाड़ेली निवासी भवानी सिंह ने अपनी पत्नी मोनालिसा की मौत कोरोना से बताई है, लेकिन उन्हें शक है कि बेटी की हत्या की गई है।

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