जयपुर। एसओजी की मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर आनन्दपाल की मां ने बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान से सरकार व प्रशासन की सांसें भी फूल गई है। मां निर्मल कंवर ने सीकर में रावणा राजपूत सभा समिति सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक तरह से चेतावनी दी है कि शेखावाटी में वसुंधरा राजे सरकार की गौरव यात्रा का विरोध करुंगी। यह विरोध मेरे अपने स्तर पर होगा।
सरकार की गौरव यात्रा शेखावाटी में 22 व 24 सितम्बर से प्रस्तावित है। आनन्दपाल की मां निर्मल कंवर के इस ऐलान और बेटे आनन्दपाल की हत्या में वसुंधरा राजे सरकार की लिप्तता संबंधी बयान के बाद माहौल गरमा गया है। ऐसे में पहले से नाराज चल रहा राजपूत व रावणा राजपूत समाज गौरव यात्रा के दौरान व्यवधान उत्पन्न कर सकता है। इस बयान के बाद से सरकार और प्रशासन की सांसें ऊपर-नीचे होने लगी है।
आनन्दपाल की मौत के बाद से शेखावाटी में राजपूत व रावणा राजपूत समाज खासा उद्वेलित है। भाजपा सरकार का डटकर विरोध कर रहा है। सरकार के समझौते के बाद भी राजपूत समाज संघर्ष समिति की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से समाज में खासी नाराजगी है। ऐसे में अंदेशा है कि अगर शेखावाटी में गौरव यात्रा निकली तो समाज इसका विरोध कर सकता है। सीकर में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए निर्मल कंवर ने कहा कि भाजपा सरकार ने उनके परिवार का सुख-चैन छीन लिया है, बल्कि इस सरकार ने उनके बेटे आनन्दपाल को मार दिया। दूसरे बेटों व दामाद को जेल भेज दिया।
निर्मल कंवर ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वह वसुंधरा राजे का खूब सम्मान करती थी। उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मान भी दिया था। अब उनसे नफरत हो गई है। उनकी सरकार की वजह से बेटा मारा गया। पूरा परिवार तबाह हो गया। हमारी, रिश्तेदारों व पड़ौसियों की जमीनें जब्त कर ली है। समझौते के बाद भी उनकी पोती व आनन्दपाल की बेटी चिन्नू को देश में आने नहीं दे रहे हैं। वह दुबई में फंसी हुई है। चिन्नू घर आना भी चाहती है, लेकिन सरकार उनकी राह में रोड़ा पैदा कर रही है। निर्मल कंवर ने यह भी कहा कि राजपूत व रावणा समाज साथ नहीं देता तो हमें भी मार देती। वैसे भी हम मरे हुए हैं। समाज के दम पर जिंदा है।
इन हालात के लिए सरकार जिम्मेदार है। निर्मल कंवर के गौरव यात्रा के विरोध के बयान के बाद से शेखावाटी से जुड़े जिलों में प्रशासन मुस्तैद हो गया है।