jaipur. समय पर जांच तथा इसके माध्‍यम से शुरुआती स्‍तर पर ही संक्रमण का पता लगाने की प्रभावी नीति कोविड-19 महामारी से निपटने के सरकारी प्रयासों का मुख्‍य घटक रही है। त्‍वरित पहचान तथा कुशल उपचार के साथ ही कोविड रोगियों को अलग रखने की व्‍यवस्‍था से देश में कोविड से ठीक होने वालों की संख्‍या तेजी से बढ़ रही है और संक्रमण से होने वाली मृत्‍यु दर में भी कमी आ रही है।

भारत में अब तक कुल 3,59,02,137 लोगों की कोविड जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में की गई कुल 6,09,917 जांच के साथ, देश अपनी जांच क्षमता बढ़ाने के संकल्‍प की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

देश भर में नैदानिक प्रयोगशालाओं के नेटवर्क के व्‍यापक विस्‍तार के माध्‍यम से जांच की संख्‍या में यह वृद्धि दर्ज हो पाई है। इन केन्द्रित प्रयासों के परिणामस्वरूपदेश में प्रति दस लाख आबादी पर जांच की संख्‍या में 26,016 की तेज वृद्धि देखी गई है। इसमें निरंतर तेजी आ रही है।

देश में प्रति दिन दस लाख आबादी पर भी जांच की संख्‍या में लगातार तेजी देखी जा रही है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने “कोविड के संदर्भ में सार्वजनिक स्वास्थ्य मानदंडों और सामाजिक उपायों को समायोजित करने के अपने निर्देशों में सलाह दी है कि किसी देश को कोविड के संदिग्‍धमामलों की व्यापक निगरानी के उपायों के रूप में प्रति दिन दस लाख आबादी पर 140 जांच करानी चाहिए। देश में कोविड जांच की रफ्तार नैदानिक प्रयोगशालाओं के लगातार बढ़ते नेटवर्क से संभव हो रही है। देश में इस समय 1520 कोविड जांच प्रयोगशालाएं हैं जिनमें से 984 सरकारी और 536 निजी प्रयोगशालाएं हैं।

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