नोएडा । अगर आप लगातार कई माह से देर रात तक ऑफिस में काम कर रहे हैं तो यह सेहत के लिए कतई ठीक नहीं है। हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार बगैर रोटेशन के नियमित तौर पर रात में जगकर काम करना हृदयाघात का कारण बन सकता है। विश्व हृदय दिवस के मौके पर मेट्रो हार्ट इंस्टीट्यूट के निदेशक व मेट्रो हॉस्पिटल के ग्रुप चेयर मैन पद्म भूषण डॉ. पुरुषोत्तम लाल ने बताया कि अधिकांश लोग लगातार ऑफिस में देर रात तक काम करते हैं, इससे सामान्य दिनचर्या अनियमित हो जाती है।
फलस्वरूप तनाव बढ़ता जाता है। इसे कम करने के लिए लोग शराब, धूमपान व चबाने वाले तंबाकू का सेवन भी करने लगते हैं। इससे हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्राल जमने लगता है। जीवनशैली लगातार असामान्य होती रहती है, लोग शारीरिक व्यायाम व शुद्ध खानपान का ध्यान नहीं रख पाते। बाद में यही हृदयाघात का कारण बनता है। फोर्टिस अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ सुमन भंडारी के अनुसार रात की शिफ्ट में काम करने वाले लोगों का समय रोटेट होने बेहद जरूरी है। समय चक्र में यदि रात की शिफ्ट में काम किया जाए तो इससे सेहत को कोई विशेष नुकसान नहीं होता, लेकिन बगैर समयचक्र के लगातार कई माह तक काम करना सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
24 घंटे में 6-8 घंटे की नींद जरूरी होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर साल करीब 1.75 करोड़ लोग तरह-तरह के हृदय रोगों से प्रभावित होते हैं जिनमें कोरोनरी हार्ट डिजीज, हाइ ब्लड प्रेशर, कार्डियेक अरेस्ट, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, एरिथिमिया और स्ट्रोक आदि प्रमुख हैं।