लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि किसानों की खुशहाली के बिना राज्य का विकास सम्भव नहीं है। योगी यहां विधान भवन प्रांगण में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के 115वें जन्मदिवस पर आयोजित ‘किसान सम्मान दिवस’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किसानों की खुशहाली के बिना राज्य का विकास सम्भव नहीं है इसीलिए राज्य सरकार ने किसानों के हितों में अनेक फैसले लिए हैं। जब किसानों की आर्थिक स्थित मजबूत होगी, तो देश स्वतः ही विकास की राह पर आ जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि इसी के दृष्टिगत वर्तमान सरकार ने किसानों को लगभग 70 हजार करोड़ रुपए की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष मदद दी है। किसानों की आर्थिक तरक्की सुनिश्चित करने के लिए उन्हें शून्य लागत वाली ऋषि परम्परा की कृषि को बढ़ावा देना होगा, जिसमें गो-वंश के माध्यम से खेती की उर्वरा शक्ति को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए अधिक से अधिक उत्पादन के तौर-तरीके से खेती को विकसित किया जाना आवश्यक है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गेहूं, चना, मटर, मसूर तथा राई, सरसों, धान, मक्का, अरहर, उर्द तथा सोयाबीन की फसलों में प्रति हेक्टेयर उच्च उत्पादकता प्राप्त करने वाले 33 किसानों को फसलवार क्रमशः प्रथम पुरस्कार के लिए एक लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपए तथा तृतीय पुरस्कार के लिए 50 हजार रुपए, एक शॉल, प्रशस्ति-पत्र एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ‘किसान सम्मान दिवस’ के अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कुल 6,538 किसानों को सम्मानित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से आपदा की स्थिति में किसानों को मुआवजा भी दिया जा रहा है। किसानों को हितों के लिए मृदा परीक्षण लैब खोले गए हैं, जिससे भूमि की सेहत के विषय में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। यह विधि कृषि उत्पादन को बढ़ाने और लागत को कम करने में मददगार साबित होगी। कार्यक्रम को राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी संबोधित किया।