जयपुर. आम आदमी पार्टी की चांदनी चोक से विधायक एवं पार्टी की राष्ट्रीय नेता अलका लांबा ने राजस्थान सरकार के तुगलकी अध्यादेश के खिलाफ गांधीजी के सविनय अवज्ञ आन्दोलन की तर्ज पर विरोध करने का आहवान किया है. लांबा ने कहा की भ्रष्टाचारी लोकसेवकों को बचाने के मकसद से लाये गएअध्यादेश के काले कानून का उल्लघन करे क्योकि वो प्र्कातंत्र और हमारे देश के संविधान के खिलाफ है. चांदनी चोक विधायक ने आज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर आम आदमी पार्टी राजस्थान के प्रदर्शन का नेत्रत्व किया और करीब 500 कार्यकर्ताओ के साथ गिरफ्तारी दी.
काला अध्यादेश आने के बाद आम आदमी पार्टी के पर्यवेक्षक डॉ कुमार विश्वास ने सोश्यल मिडिया पर मामले को उठाया. पहली बार अध्यादेश को तुगलकी फरमान, तुगलकी महारानी हेसटेग से अभियान छेड़ा और अलका लांबा ने फेसबुक लाइव करके अध्यादेश के खिलाफ देशभर में आवाज पहुचाई.
जयपुर में प्रदर्शन के लिए जुटे कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए अलका लांबा ने कहा की राजस्थान सरकार का तुगलकी फरमान भाजपा के टेस्ट केस की तरह लाया गया है अगर यहाँ सफलता मिलती तो भाजपा अपने शासन वाले राज्यों में भी लागू करेगी. इस मामले में केंद्र सरकार राजस्थान सरकार के साथ मिली हुई है .
विधायक अलका लांबा ने सविनय अवज्ञा का खुलासा करते हुए कहा की अध्यादेश के बाकि बची अवधि 40 दिन की है. चालीस दिनों में लोग रोज भ्रष्टाचार का एक मुद्दा उठाये और आरोप लगाए. अख़बार वाले उसको छपे और राज्य सरकार को चुनोती दे कि वो अध्यादेश के तहत गिरफ्तार करे. बुधवार को आम आदमी पार्टी ने “ काला अध्यादेश और संशोधन बिल “ को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग के साथ आज का प्रदर्शन राज्य सरकार को महज चेतावनी देने के उद्देश्य से किया जिसमे पार्टी कार्यकर्ताओ ने बड़ी अच्छी संख्या में संपन्न किया अगर यह अध्यादेश और संशोधन बिल वापस नही लिया जाता है तो आम आदमी पार्टी प्रदेशव्यापी आन्दोलन छेड़ेगी.
विरोध प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी राजस्थान के वरिष्ठ देवेन्द्र शास्त्री, तरुण गोयल, जवाहर शर्मा, डॉ महावीर सिंह नाथावत, राजू जाट, पूनमचंद भंडारी, उम्मेद सिंह राठोड़, दीपक मिश्रा, रितेश खंडेलवाल, नीलम साहनी, विश्वेन्द्र सिंह, रोमाना, अमित शर्मा लियो, जुगल किशोर शर्मा, डॉ कौस्तुभ दाधीच, ईश्वर सिंह बुरडक, विश्वामित्र बोहरा, मुबारक अली, मनीष जैन, चन्दन लालवानी, देवेन्द्र भारद्वाज, राव पीयूष यादव, जयपाल मडोला, पंकज शर्मा, आयुष पांडे, मनोज कुमार, गौरव सिंह, सहित प्रदेश उपसमिति, प्रदेश पर्यवेक्षक, लोकसभा पीओसी, विधानसभा पीओसी, विधानसभा कार्यकारिणी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए. विरोध प्रदर्शन के दोरान दिल्ली विधायक अलका लांबा के साथ प्रदेश के पूनमचंद भंडारी, दीपक मिश्रा, मनुदेव सिंह, नीलम साहनी, अभिषेक जैन बिट्टू, राव पीयूष यादव, विश्वेन्द्र सिंह सहित करीब 500 कार्यकर्ताओ ने गिरफ्तारी दी.